Bhaskar_SaikiaFeb 24, 20201 min readकुछ हिंदी शायरीयुही कभी… लिखता हू दिल के लफ्ज़......भिगो दे आज मुझे तमन्ना की बारिश से,भिगो दे इस दिल को इश्क़ के एहसास से,भिगो दे मेरी रूह को, ए ख़ुदा, मोहब्बत से,भिगो दे आज मुझे जन्नत के सुकून से|- भास्कर सैकिया
युही कभी… लिखता हू दिल के लफ्ज़......भिगो दे आज मुझे तमन्ना की बारिश से,भिगो दे इस दिल को इश्क़ के एहसास से,भिगो दे मेरी रूह को, ए ख़ुदा, मोहब्बत से,भिगो दे आज मुझे जन्नत के सुकून से|- भास्कर सैकिया